Blog Shriromani pratiyogta
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हमारे घर में रहता
है एक चूहा
पुरे घर में
सरपट दौड़ता !
चूरा -चूरा कर
कुतर्र-कुतर्र कर
पूंछ डुलाता
तेज भागता
पता नहीं, वह
क्या खाता है !
कर न सका कोई
उसका बाल बांका
वह तो है
गणेश जी का सबसे प्यारा !
एक दिन मैंने है
उसे डांटा
बोला ! तुझे
कुछ नहीं है आता
माँ से कहकर
हूँ एक ड्रेस सिलवाता
चलॊ ! एक दोस्त से हूँ मिलवाता
यह है मेरा दोस्त सहारा
हम सबका तू
बन गया न्यारा
तूने अब की चतुराई
चल कर ले
मेरे संग पढ़ाई !
एकता प्रकाश
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